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UP: फांसी पर लटकें दोनों दरिंदे...मिले ऐसी सजा, फिर न किसी बिटिया के साथ हो ऐसा अपराध,

पांच साल की मासूम से सामूहिक दुष्कर्म और फिर बेरहमी से हत्या करने के दोषियों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। वहीं मृतक बच्ची की मां की इच्छा है कि दरिंदों को उसकी आंखों के सामने फांसी के फंदे पर लटकाया जाए। 

दादा के साथ बैठी मिली दादी ने बताया कि डेढ़ साल कैसे बीते हैं, हमई ते पूछो, एक ऊ त्यौहार न मनाऔ, होली, रक्षाबंधन, दिवाली बीति गई, ठानी हती कै दरिंदों को फांसी होगी, तबई कौऊ त्यौहार मनेगौ। डेढ़ साल बाद पहली बार घर में दिवाली ममां बोली- मेरी आंखों के सामने फांसी पर लटकें मां भी दोषियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के समय पर कोर्ट रूम में उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि सजा का ऐलान होते ही इंसाफ की उम्मीद पूरी हो गई। जिस दरिंदगी के साथ बेटी को मौत के घाट उतारा है, चाहती हूं कि दरिंदों को ऐसी ही मौत मिले ताकि भविष्य में किसी की बेटी की जघन्य हत्या न हो। उन्होंने कहा कि इच्छा है कि मेरी आंखों के सामने ही दरिंदे फांसी पर लटकें। उनको मरते हुए देखने के बाद ही मेरे कलेजे को ठंडक पहुंचेगी। डेढ़ साल एक एक दिन गिन कर गुजारे हैं, ईश्वर से हर रोज दरिंदों को फांसी की सजा की दुआ मांगी है। दुआ कबूल हुई, अब अपनी आंखों के सामने दरिंदों को फांसी पर लटकते हुए देखने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करूंगी।नेगी। पूजा की अलमारी की साफ सफाई करेंगे।